संस्कृत विभाग राजकीय महाविद्यालय कांडा बागेश्वर का संक्षिप्त परिचय।
राजकीय महाविद्यालय कांडा में संस्कृत विभाग की स्थापना वर्ष 2009-10 में हुई। सन 2016 से स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर सेमेस्टर (सत्रार्द्ध) प्रणाली को अपनाया गया।। स्नातकोत्तर स्तर पर कक्षाओं का संचालन सन 2017 से निरन्तर किया जा रहा है। स्नातक एवम् स्नातकोत्तर स्तर पर पढ़ाए जाने वाला पाठ्यक्रम छात्रों में नैतिकता का विकास एवम् चरित्र निर्माण कर आदर्श समाज और राष्ट्र निर्माण में सहायक है। सत्र 2022-23 से महाविद्यालय में स्नातक स्तर पर नई शिक्षा नीति के अंतर्गत नवीन पाठ्यक्रम छात्र-छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है।
संस्कृत विभाग की स्थापना के पीछे स्थापनाकर्ताओं का व्यापक दृष्टिकोण रहा है। भारत के प्राचीन इतिहास, समाज, ज्ञान-विज्ञान, धर्म-दर्शन आदि को गहनता से जानने का एकमात्र स्रोत संस्कृत भाषा ही है। इसे वेद, पुराण, व्याकरण, धर्मदर्शन, दर्शनशास्त्र, शिल्पशास्त्र, शब्दशास्त्र, नीतिशास्त्र, साहित्यशास्त्र, काव्यशास्त्र , आयुर्वेद सम्बन्धी अनेक ग्रंथों का पणयन हुआ है। हजारों वर्ष पूर्व लिखे गए इन्ही ग्रंथों के आधार पर वर्तमान ज्ञान गंगा निरंतर प्रवाहमान है। आधुनिक युग में सभी विषयों के विद्वानों के लिए उपयोगी है । सर्वप्रथम संस्कृत भाषा के मूर्धन्य साहित्यकार और संस्कृत विद्वान डॉ0 भवानी दत्त कांडपाल जी संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष रहे। संप्रति श्री हरीश कुमार संस्कृत विभाग में कार्यरत हैं ।
Faculty Members
S.No | Faculty Name | Designation | Edu. Qualification | Teaching Exp in year | Photograph |
1 | Mr. Harish Kumar (view profile) | Assistant Professor | M.A., NET | 01 |